श्रीमद भगवद गीता आरती | Shrimad Bhagavad Gita Aarti

जय भगवद् गीते,माताा जय भगवद् गीते। हरि हिय कमल विहारिणिसुन्दर सुपुनीते॥ जय भगवद् गीते, माताा जय..॥ कर्म सुमर्म प्रकाशिनिकामासक्तिहरा। तत्त्वज्ञान विकाशिनिविद्या ब्रह्म परा॥ जय भगवद् गीते, माताा जय..॥ निश्चल भक्ति विधायिनिनिर्मल मलहारी। शरण रहस्य प्रदायिनिसब विधि सुखकारी॥ जय भगवद् गीते, माताा जय..॥ राग द्वेष विदारिणिकारिणि मोद सदा। भव भय हारिणि तारिणिपरमानन्दप्रदा॥ […]
पितर आरती | Shri Pitar Aarti

जय जय पितरजी महाराज,मैं शरण पड़यो हूँ थारी। शरण पड़यो हूँ थारी बाबा,शरण पड़यो हूँ थारी॥ आप ही रक्षक आप ही दाता,आप ही खेवनहारे। मैं मूरख हूँ कछु नहि जाणू,आप ही हो रखवारे॥ जय जय पितरजी महाराज। आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी,करने मेरी रखवारी। हम सब जन हैं शरण आपकी,है ये अरज गुजारी॥ […]
आरती देवी शैलपुत्री जी की | Shailputri Mata Aarti

शैलपुत्री माँ बैल असवार।करें देवता जय जय कार॥ शिव-शंकर की प्रिय भवानी।तेरी महिमा किसी ने न जानी॥ पार्वती तू उमा कहलावें।जो तुझे सुमिरे सो सुख पावें॥ रिद्धि सिद्धि परवान करें तू।दया करें धनवान करें तू॥ सोमवार को शिव संग प्यारी।आरती जिसने तेरी उतारी॥ उसकी सगरी आस पुजा दो।सगरे दुःख तकलीफ मिटा दो॥ […]
आरती देवी ब्रह्मचारिणी जी की | Brahmacharini Mata Aarti

जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥ ब्रह्म मन्त्र है जाप तुम्हारा।जिसको जपे सरल संसारा॥ जय गायत्री वेद की माता।जो जन जिस दिन तुम्हें ध्याता॥ कमी कोई रहने ना पाए।कोई भी दुख सहने न पाए॥ उसकी विरति रहे ठिकाने।जो तेरी महिमा को […]
आरती देवी चन्द्रघण्टा जी की | Chandraghanta Mata Aarti

जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे काम॥ चन्द्र समाज तू शीतल दाती।चन्द्र तेज किरणों में समाती॥ मन की मालक मन भाती हो।चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो॥ सुन्दर भाव को लाने वाली।हर संकट में बचाने वाली॥ हर बुधवार को तुझे ध्याये।श्रद्दा सहित तो विनय सुनाए॥ मूर्ति चन्द्र आकार बनाए।सन्मुख घी की ज्योत जलाएं॥ […]
आरती देवी कूष्माण्डा जी की | Kushmanda Mata Aarti

कूष्माण्डा जय जग सुखदानी।मुझ पर दया करो महारानी॥ पिङ्गला ज्वालामुखी निराली।शाकम्बरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे।भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो जगदम्बे।सुख पहुँचती हो माँ अम्बे॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा।पूर्ण कर दो मेरी आशा॥ माँ के मन में ममता भारी।क्यों […]
आरती देवी स्कन्दमाता जी की | Skandamata Mata Aarti

जय तेरी हो स्कन्द माता।पांचवां नाम तुम्हारा आता॥ सबके मन की जानन हारी।जग जननी सबकी महतारी॥ तेरी जोत जलाता रहूं मैं।हरदम तुझे ध्याता रहूं मै॥ कई नामों से तुझे पुकारा।मुझे एक है तेरा सहारा॥ कही पहाड़ों पर है डेरा।कई शहरों में तेरा बसेरा॥ हर मन्दिर में तेरे नजारे।गुण गाए तेरे भक्त प्यारे॥ […]
आरती देवी कात्यायनी जी | Katyayani Mata Aarti

जय जय अम्बे जय कात्यायनी।जय जग माता जग की महारानी॥ बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहावर दाती नाम पुकारा॥ कई नाम है कई धाम है।यह स्थान भी तो सुखधाम है॥ हर मन्दिर में ज्योत तुम्हारी।कही योगेश्वरी महिमा न्यारी॥ हर जगह उत्सव होते रहते।हर मन्दिर में भगत है कहते॥ कत्यानी रक्षक काया की।ग्रंथि काटे मोह माया की॥ […]
आरती देवी कालरात्रि जी की | Kalaratri Mata Aarti

कालरात्रि जय जय महाकाली।काल के मुंह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा।महाचंडी तेरा अवतारा॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा।महाकाली है तेरा पसारा॥ खड्ग खप्पर रखने वाली।दुष्टों का लहू चखने वाली॥ कलकत्ता स्थान तुम्हारा।सब जगह देखूं तेरा नजारा॥ सभी देवता सब नर-नारी।गावें स्तुति सभी तुम्हारी॥ रक्तदन्ता और अन्नपूर्णा।कृपा करे तो कोई भी […]
आरती देवी महागौरी जी की | Mahagauri Mata Aarti

जय महागौरी जगत की माया।जय उमा भवानी जय महामाया॥ हरिद्वार कनखल के पासा।महागौरी तेरा वहा निवास॥ चन्द्रकली और ममता अम्बे।जय शक्ति जय जय माँ जगदम्बे॥ भीमा देवी विमला माता।कौशिक देवी जग विख्यता॥ हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा।महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा॥ सती (सत) हवन कुंड में था जलाया।उसी धुएं ने रूप काली […]