श्री अन्नपूर्णा माता जी की आरती | Annapurna Ji Ki Aarti

बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम। जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके,कहां उसे विश्राम। अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारे,लेते होत सब काम॥ प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर,कालान्तर तक नाम। सुर सुरों की रचना करती,कहाँ कृष्ण कहाँ राम॥ चूमहि चरण चतुर चतुरानन,चारु चक्रधरश्याम। चन्द्र चूड़ चन्द्रानन चाकर,शोभा लखहि ललाम॥ देवी देव दयनीय दशा में,दया दया तव नाम। […]